Institute of Applied Sanskrit- Shaastriya Knowledge | श्रीमद्भगवद्गीता के सप्तदश अध्याय पर आधारित तामसिक-वृत्ति व्यक्तित्व परीक्षण श्रीमद्भगवद्गीता के सप्तदश अध्याय पर आधारित तामसिक-वृत्ति व्यक्तित्व परीक्षण | Institute of Applied Sanskrit- Shaastriya Knowledge
Institute of Applied Sanskrit- Shaastriya Knowledge
(An undertaking of Angiras Clan), Chandigarh

अनुप्रयुक्त संस्कृत- शास्त्रीय ज्ञान संस्थान
(आंगिरस कुल का उपक्रम), चण्डीगढ़

House no - 1605, Sector 44 B, Chandigarh. (UT). Pin- 160044

E-mail - sanskrit2010@gmail.com, Mobile - 9464558667

Collaborators in Academic Karma - Saarswatam ®, Chandigarh(UT), Darshan Yoga Sansthaan, Dalhousie(HP)

श्रीमद्भगवद्गीता के सप्तदश अध्याय पर आधारित तामसिक-वृत्ति व्यक्तित्व परीक्षण

Enter Membership ID to Begin test.

Welcome to your श्रीमद्भगवद्गीता के सप्तदश अध्याय पर आधारित तामसिक-वृत्ति व्यक्तित्व परीक्षण

Name

1. प्रेतों को पूजता हूँ ।(प्रेतान्)

2. भूतगणों को पूजता हूँ। (भूतगणांश्च)

3. अधपका भोजन करता हूँ। (यातयामं)

4. रसरहित भोजन करता हूँ। (गतरसं)

5. दुर्गन्धित भोजन करता हूँ। (पूति)

6. बासी भोजन पसंद है। (पर्युषितं)

7. झूठा भोजन पसंद है। (उच्छिष्टम्)

8. अपवित्र भोजन करता हूँ। (अमेध्यम्)

9. शास्त्र विधि से यज्ञ नहीं करता हूँ। (विधिहीनं)

10. बिना अन्न दिए यज्ञ करता हूँ। (असृष्टान्नम्)

11. मन्त्रहीन यज्ञ करता हूँ। (मन्त्रहीनं)

12. दक्षिणाहीन यज्ञ करता हूँ। (अदक्षिणम्)

13. श्रद्धारहित यज्ञ करता हूँ। (श्रद्धाविरहितं)

14. मूढ आग्रह से तप करता हूँ। (मूढग्राहेण)

15. अपने को पीडा देकर तप करता हूँ। (आत्मनः पीडया)

16. दूसरे के नाशार्थ तप करता हूँ। (परस्य उत्सादनार्थम्)

17. बिना देश-काल के दान करता हूँ। (अदेशकाले)

18. बिना सत्कार के दान करता हूँ। (असत्कृतम्)

19. अपात्र को दान दिया करता हूँ। (अपात्रेभ्यः)